Read Daughters Day Shayari, Fathers Day Shayari, Maa Shayari
अर्ज़ किया है-
Bachpan Shayari Photos | कितना प्यारा होता है बचपन
कितना प्यारा होता है बचपन,
जिसमे खिला रहता हमेशा मन।
खेल-कूद में बीत जाता सारा दिन,
और रातें कट जाती तारें गिन-गिन।
जिसमे खिला रहता हमेशा मन।
खेल-कूद में बीत जाता सारा दिन,
और रातें कट जाती तारें गिन-गिन।
Read Maa Shayari
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काश लौट सकता हमारा बचपन,
जिसमे आसान होता था जीवन।
अब समझदारी की दुनिया में आ गए,
जीवन को और कठिन बना गए।
जिसमे आसान होता था जीवन।
अब समझदारी की दुनिया में आ गए,
जीवन को और कठिन बना गए।
Childhood Shayari | Childhood Shayari in Hindi With Images
Bachpan Shayari With Images Download | Bachpan Shayari Photos
अर्ज़ किया है-
बचपन को कौन है भूलना चाहता,
क्यूंकि हर किसी को यह बहुत भाता।
याद आते है वो खट्टे-मीठे पल,
जब जीया करते थे बिना अल-छल।
क्यूंकि हर किसी को यह बहुत भाता।
याद आते है वो खट्टे-मीठे पल,
जब जीया करते थे बिना अल-छल।
वो नासमझी ही प्यारी थी।
जहां हर कोई दोस्त था ,
हर किसी से यारी थी।
Childhood Shayari With Images | Childhood Shayari in Hindi
Bachpan Shayari With Images | खेला करते थे कूदा करते थे
अर्ज़ किया है-
खेला करते थे कूदा करते थे,
मौज-मस्ती में जीया करते थे।
वो मासूम बचपन ही था जहां ,
सभी से दोस्ती कर लिया करते थे।
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किताबों का बोझ लिए स्कूल जाया करते थे ,
दोस्तों का साथ देकर दोस्ती निभाया करते थे।
Tiffin Box अपना ले जाते थे फिर भी ,
दूसरों के Tiffin से ज़्यादा खाया करते थे।
मौज-मस्ती में जीया करते थे।
वो मासूम बचपन ही था जहां ,
सभी से दोस्ती कर लिया करते थे।
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किताबों का बोझ लिए स्कूल जाया करते थे ,
दोस्तों का साथ देकर दोस्ती निभाया करते थे।
Tiffin Box अपना ले जाते थे फिर भी ,
दूसरों के Tiffin से ज़्यादा खाया करते थे।
Bachpan Shayari in Hindi | मन हमेशा हल्का रहता
अर्ज़ किया है-
मन हमेशा हल्का रहता,
खेलने को हमेशा जी कहता।
जीवन यूं ही बहता रहता ,
चाहे कोई कुछ भी कहता।
खेलने को हमेशा जी कहता।
जीवन यूं ही बहता रहता ,
चाहे कोई कुछ भी कहता।
Bachpan Shayari With Images | वो भोली-सी बाते, वो मीठी-सी शरारतें
अर्ज़ किया है-
वो भोली-सी बातें,
वो मीठी-सी शरारतें
वो अजीब-सी आदतें ,
वो बेपरवाह चाहतें।
मज़ेदार होता था जीना,
जिसमे फ़िक्र थी कोई ना।
वो मीठी-सी शरारतें
वो अजीब-सी आदतें ,
वो बेपरवाह चाहतें।
मज़ेदार होता था जीना,
जिसमे फ़िक्र थी कोई ना।
Hindi Shayari on Bachpan | 2 Lines Shayari On Bachpan
Bachpan Par Shayari | ना फ़िक्र थी ना चिंता थी
अर्ज़ किया है-
ना फ़िक्र थी ना चिंता थी,
खेलने की अटूट क्षमता थी।
करते रहते कोई ना कोई कारनामा,
बना कर रख देते जीवन को हंगामा।
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खेलने की अटूट क्षमता थी।
करते रहते कोई ना कोई कारनामा,
बना कर रख देते जीवन को हंगामा।
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बंधना-बंधाना पसंद ना था,
सुनना-सुनाना पसंद ना था।
हम कितनी भी बात मनवाले,
कोई हमसे बात मनवाये पसंद ना था।
सुनना-सुनाना पसंद ना था।
हम कितनी भी बात मनवाले,
कोई हमसे बात मनवाये पसंद ना था।
Bachpan Shayari | बेपरवाह होकर जीया करते थे
अर्ज़ किया है-
बेपरवाह होकर जीया करते थे,
ज़िन्दगी का मज़ा लिया करते थे.
कोई कुछ भी कहता था हमसे,
किसी को तवज़्ज़ो नहीं दिया करते थे।
Heart Touching Childhood Shayari | Childhood Shayari in Hindiज़िन्दगी का मज़ा लिया करते थे.
कोई कुछ भी कहता था हमसे,
किसी को तवज़्ज़ो नहीं दिया करते थे।